गुजरात के खिलाड़ियों ने जूडो, योगासन, फेंसिंग और वॉलीबॉल आदि खेलों में जीते 13 पदक

गांधीनगर, 19 मई (हि.स.)। कहते हैं चैंपियन रातों-रात पैदा नहीं होते, उनकी जीत के पीछे वर्षों का समर्पण, अनुशासन और सपोर्ट छिपा होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार देश के कोने-कोने से प्रतिभाओं को खोजकर बाहर लाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाएं और पहलें खिलाड़ियों को विश्व चैंपियन बनने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही हैं। इनमें से एक मुख्य पहल है- खेलो इंडिया, जिसका उद्देश्य खेल संस्कृति को जमीनी स्तर पर पुनर्जीवित करना और वैश्विक खेल परिदृश्य में भारत की पहचान स्थापित करना है। इस पहल के अंतर्गत हाल ही में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गुजरात के खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में कुल 13 पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025 में गुजरात के 107 खिलाड़ियों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन
भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) की ओर से 4 से 15 मई के दौरान बिहार में खेलो इंडिया के अंतर्गत ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025’ के सातवें संस्करण का आयोजन किया गया था। इस इवेंट में अंडर-18 समूह के खिलाड़ियों ने कुल 28 खेलों में मुकाबला किया। गुजरात की ओर से 107 खिलाड़ियों ने वॉलीबॉल, जूडो, तीरंदाजी, तैराकी, जिमनास्टिक, भारोत्तोलन, कुश्ती, मलखंभ, टेनिस, एथलेटिक्स, थांग-ता, योगासन, गतका, कलारीपयट्टू, फेंसिंग (तलवारबाजी), साइकिलिंग और निशानेबाजी सहित कुल 17 व्यक्तिगत और टीम खेलों में हिस्सा लिया। खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025 में गुजरात के चैंपियनों की बात करें, तो हमारे खिलाड़ियों ने जूडो में 2 स्वर्ण, 2 रजत और 3 कांस्य पदक, योगासन में 1 रजत पदक, फेंसिंग में 1 रजत और 2 कांस्य पदक, तैराकी में 1 कांस्य, वॉलीबॉल में 1 कांस्य और कुश्ती में 1 कांस्य पदक सहित कुल 13 पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है।
गुजरात का खेल बजट 2024 में 487.95 करोड़ के पार
गुजरात सरकार की विज्ञप्ति के अनुसार सरकार ने पिछले 20 वर्षों में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया है। 2002 से पहले गुजरात का खेल बजट केवल 2.5 करोड़ रुपए था, जो 2024 में बढ़कर 487.95 करोड़ रुपए से भी अधिक हो गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात में ‘खेल नीति 2022-2027’ लॉन्च की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य में एक मजबूत खेल इकोसिस्टम विकसित करना है। इस नीति से राज्य आने वाले समय में खेल क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा, साथ ही राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपने सपने साकार करने के और अधिक अवसर भी उपलब्ध होंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत ने 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों (सीडब्ल्यूजी) की मेजबानी के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। यदि भारत को इस इवेंट की मेजबानी का अवसर मिलता है, तो ये खेल अहमदाबाद में आयोजित होंगे, इसके लिए अहमदाबाद और गांधीनगर में एक स्पोर्ट्स विलेज भी विकसित किया जा रहा है।