सोनीपत: विद्यार्थी नवाचार व शोध की ओर अग्रसर हों:बंडारू दत्तात्रेय
सोनीपत:
विद्यार्थी नवाचार व शोध की ओर अग्रसर हों:बंडारू दत्तात्रेय
सोनीपत, 26 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा
के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों को नवाचार और शोध की दिशा
में आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि असफलता से निराश न होकर लगातार प्रयास
करना ही सफलता की कुंजी है। राज्यपाल ने यह विचार गुरुवार काे हरियाणा खेल विश्वविद्यालय, राई में
आयोजित 51वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के
रूप में व्यक्त किए।
उन्होंने
बताया कि 30 वर्षों बाद हरियाणा को इस प्रतिष्ठित प्रदर्शनी की मेजबानी का अवसर मिला
है। यह आयोजन न केवल वैज्ञानिक परियोजनाओं को प्रदर्शित करने का मंच है, बल्कि छात्रों
के बीच राष्ट्रीय एकता और विचारों के आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करता है।
दत्तात्रेय ने वीर बाल दिवस पर गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों, बाबा जोरावर सिंह और
बाबा फतेह सिंह, के बलिदान को नमन किया। उन्होंने बच्चों को उनकी प्रेरणादायक कहानियों
से सीखने और अपने जीवन में जिज्ञासा, एकाग्रता और नवाचार की भावना विकसित करने का संदेश
दिया। उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों आर्यभट्ट, सी.वी. रमन, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और
कल्पना चावला के योगदान से प्रेरणा लेकर बच्चों को शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए।राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति की सराहना की, जिसमें
क्षेत्रीय भाषाओं में एमबीबीएस जैसे पाठ्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार की
पहल की सराहना करते हुए बताया कि रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और मशीन लर्निंग
जैसे आधुनिक विषयों पर विश्वविद्यालयों में कार्य किया जा रहा है।
प्रदर्शनी
में देशभर के 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 185 मॉडल प्रस्तुत किए गए। महाराष्ट्र
के दिव्यांग बच्चों द्वारा दिव्यांगों के लिए नेल-कटर यंत्र, गुजरात की स्मार्ट व्हीलचेयर,
और सिक्किम के वाटर प्यूरीफायर जैसे इनोवेटिव मॉडल आकर्षण का केंद्र रहे। राज्यपाल
दत्तात्रेय और शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने बच्चों के मॉडल का निरीक्षण किया
और उनकी सराहना की। इसके अलावा, चौथे एशियाई रोल बॉल में स्वर्ण पदक विजेता अंशिका
को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राई के विधायक कृष्णा गहलावत, सोनीपत के विधायक
निखिल मदान, शिक्षा विभाग के सचिव पंकज अग्रवाल, और एनसीईआरटी निदेशक डॉ. दिनेश प्रसाद
सकलानी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। यह प्रदर्शनी छात्रों को प्रेरित करने
के साथ-साथ देश की वैज्ञानिक सोच और नवाचार को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण मंच साबित
हुई।