Windfall Tax: सरकार के फैसले से रिलायंस और ओएनजीसी को मिली बड़ी राहत!
Windfall Tax: सरकार ने लिया बड़ा फैसला, रिलायंस और अन्य तेल कंपनियों को मिली बड़ी राहत!
केंद्र सरकार ने हाल ही में विंडफॉल टैक्स को खत्म करने का ऐलान किया है, जिससे रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में जोरदार उछाल देखा गया है। शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त मंत्रालय ने संसद में इस फैसले की जानकारी दी और नोटिफिकेशन जारी किया। विंडफॉल टैक्स की समाप्ति के बाद, रिलायंस के शेयर करीब 1% बढ़कर 1305 रुपये के लेवल तक पहुंच गए हैं।
क्या था विंडफॉल टैक्स का कारण? साल 2022 में कच्चे तेल की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी के बाद सरकार ने पेट्रोल, डीजल, एटीएफ और क्रूड ऑयल के निर्यात पर यह टैक्स लगाया था। रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद, भारत की तेल कंपनियों को रूस से सस्ते दामों पर कच्चा तेल मिल रहा था, जिससे उन्हें विदेशों में ऊंचे दामों पर पेट्रोल और डीजल बेचकर बड़ी कमाई हो रही थी। इसी फायदे को देखते हुए सरकार ने टैक्स लगाया था, लेकिन अब कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने के बाद सरकार ने इस टैक्स को खत्म करने का फैसला लिया है।
नोटिफिकेशन में क्या कहा गया? वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन में बताया कि क्रूड ऑयल प्रोडक्शन, एटीएफ एक्सपोर्ट और पेट्रोल-डीजल के एक्सपोर्ट पर जो स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (Special Additional Excise Duty) और रोड-इंफ्रास्ट्रक्चर सेस (Road and Infrastructure Cess) लगाया गया था, उसे अब वापस लिया जा रहा है। सरकार ने इसे “सकारात्मक आर्थिक बदलाव” के रूप में देखा है, और इसके तुरंत प्रभाव से लागू होने का ऐलान कर दिया है।
रिलायंस के शेयरों में उछाल इस फैसले के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक्स में तगड़ी बढ़ोतरी देखी जा रही है। शेयर 1300 रुपये के स्तर को पार करते हुए 1305 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। यह बदलाव कंपनी के लिए बड़ी राहत साबित हो सकता है, खासकर जब वह अपने विदेशी बाजारों में पेट्रोल-डीजल और हवाई ईंधन बेचने से बड़ी कमाई करती है।
क्या है आगे का रास्ता? विंडफॉल टैक्स का खात्मा, तेल कंपनियों के लिए एक अच्छा संकेत है, और खासकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के निवेशकों के लिए खुशखबरी है। वित्त मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि अब प्रत्येक 15 दिनों में इस टैक्स का पुनरावलोकन किया जाएगा, जिससे कंपनियों के लिए टैक्स को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सके।