देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर प्रधानमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया इंदौर मेट्रो रेल का उद्घाटन

इंदौर, 31 मई (हि.स.)। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने शनिवार को आधुनिकता की नई पटरी पर कदम रखा। मध्य प्रदेश की आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी इंदौर अब मेट्रो ट्रेन प्रणाली से जुड़ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भोपाल से वर्चुअल माध्यम से इंदौर मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी विशेष रूप से मौजूद थे। लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के अवसर पर इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना के शुभारंभ पर यहां उत्सव जैसा माहौल रहा, जिसमें लोगों विशेष कर महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह समारोह महिलाओं पर विशेष रूप से केंद्रित था।
इंदौर के इस समारोह में केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री तोखन साहू, प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि और मप्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अध्यक्ष जयदीप विशेष रूप से मौजूद थे। विशेष बात यह रही कि यह परियोजना लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर शुरू की गई । इससे न केवल शहर के विकास को एक नई दिशा मिली है, बल्कि यह पहल महिला सशक्तीकरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
आधुनिक नगरों की सूची में शामिल हुआ इंदौर-
मेट्रो परियोजना के शुभारंभ होने से इंदौर देश के उन आधुनिक नगरों की सूची में शामिल हो गया है, जहां भविष्य की परिवहन प्रणाली अब हकीकत बन चुकी है। यह परियोजना न केवल यातायात की भीड़ को कम करेगी वरन यातायात को सुगम करने के साथ समय की बचत भी करेगी। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी अहम भूमिका निभाएगी।
तांगे से मेट्रो तक का ऐतिहासिक सफर-
इंदौर का सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का इतिहास तांगे, टेम्पो, वैन और मिनी बसों से शुरू होकर अब अत्यधुनिक मेट्रो तक पहुंच गया है। यह केवल तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि शहर की समग्र प्रगति का प्रतीक भी है जो लोगों की भागमभाग की जिंदगी को आसान बनाएगा।
महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं-
इस परियोजना को महिलाओं को समर्पित किया गया है। जिसमें मुख्य रूप से प्रत्येक स्टेशन पर महिला सुरक्षा बल (महिला गार्ड्स) की तैनाती रहेगी। मेट्रो डिब्बों में आरक्षित कोच रहेगा और सीसीटीवी से निगरानी रहेगी। टिकट वितरण और स्टेशन प्रबंधन में महिला कर्मचारियों की विशेष भागीदारी होगी। गर्भवती महिलाओं और बुजुर्ग महिलाओं के लिए विशेष सीट आरक्षण और सहायता सुविधा उपलब्ध रहेगी।
शहरवासियों की प्रतिक्रिया : उत्साह और उम्मीदों से भरी-
शहरवासियों ने इस ऐतिहासिक पल पर अपनी भावनाएं खुलकर व्यक्त कीं। ज्योति शर्मा (छात्रा) का कहना है कि अब हमें कॉलेज आने-जाने में बहुत सहूलियत होगी, ट्रैफिक और ऑटो वालों की मनमानी से मुक्ति मिलेगी। निजी कंपनी में काम करने वाले सुनील चौहान ने बताया कि मेट्रो से समय की बचत होगी और ऑफिस पहुंचना अब ज्यादा भरोसेमंद रहेगा। इंदौर का भविष्य बहुत उज्ज्वल लग रहा है। आम गृहिणी उमा बाई ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर जैसी महान महिला की जयंती पर यह मेट्रो शुरू हुई, यह हम महिलाओं के लिए गर्व की बात है। कॉलेज छात्रा यामिनी गौड़ ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इंदौर में मेट्रो चलेगी। लेकिन राज्य सरकार ने इसे साकार कर दिखाया। यह सौगात मिलने से मैं बहुत खुश हूं।
गृहिणी किरण दुबे ने बताया कि आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि अब मेरे शहर इंदौर की गिनती भी मेट्रो शहर के रूप में हो गई है। इंदौर की पहचान अभी तक स्वच्छता में थी। अब मेट्रो के रूप में एक और मुकुट जुड़ गया है। इंजीनियर नताशा बिल्लोरे ने कहा कि भी तक इंदौर में आईआईएम, आईआईटी जैसे देश के प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान थे, अब उसमें एक और राष्ट्रीय स्तर की परिवहन सुविधा जुड़ गई है। बेशक इससे इंदौर का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकेगा। दिव्यांग युवती पूजा शर्मा मेट्रो ट्रेन शुरू होने से बेहद उत्साहित है। लगभग 10 किलो मीटर का सफर अपने भाई के साथ तय कर इस एतिहासिक अवसर का साक्षी बनने के लिये कार्यक्रम में पहुंची। उसका कहना था कि हम दिव्यांगों को परिवहन के लिये इससे बड़ी और कोई सौगात नहीं होगी।
हरित भविष्य की ओर कदम-
मेट्रो परियोजना पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण पहल है। इससे डीज़ल और पेट्रोल वाहनों की निर्भरता कम होगी और वायु प्रदूषण में उल्लेखनीय गिरावट आएगी। इंदौर, जो पहले से ही स्वच्छता में नंबर एक है, अब हरित परिवहन की दिशा में भी अग्रणी बन रहा है। इंदौर मेट्रो न केवल एक शहरी सुविधा है, बल्कि यह शहर की सांस्कृतिक विरासत, तकनीकी उन्नति और सामाजिक समानता का प्रतीक बनकर उभरी है। प्रधानमंत्री मोदी की “नारी शक्ति” और “नए भारत” की कल्पना को अर्थ देने वाली यह परियोजना आने वाले वर्षों में इंदौर को वैश्विक स्मार्ट सिटी की सूची में मजबूती से स्थापित करेगी।
उत्सवी वातावरण-
कार्यक्रम का शुभारंभ उत्सवी वातावरण में हुआ। अतिथि केन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और उन्होंने सर्व प्रथम मां अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर विधि विधान से गणेश पूजन और अन्य वास्तु पूजन भी किया गया। शंखध्वनि से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया। कार्यक्रम में पारम्परिक वस्त्र पहने महिलाओं ने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लिया हुआ था। उन्होंने भारत माता की जय उदघोष से पूरा वातावरण राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत कर दिया। कार्यक्रम में भोपाल से प्रधानमंत्री मोदी के उद्बोधन का प्रसारण भी सीधा दिखाया गया।
महिलाओं ने किया सफर-
मेट्रो रेल का प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन करने के साथ ही इंदौर में मेट्रो रेल का सफर प्रारंभ हो गया। इस पहले सफर में महिलाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। भारत माता की जय के नारों की गूंज के साथ वे मेट्रो रेल में बैठीं और सफर किया। महिलाओं ने मेट्रो रेल के साथ सेल्फी भी ली। भजन गाते हुए उन्होंने सफर पूरा किया।