साझेदार देशों में भारत की लामबंदी से पाकिस्तान घबराया, बोला-वह क्षेत्रीय अस्थिरता का स्रोत नहीं

इस्लामाबाद, 02 जून (हि.स.)। दुनिया में अपने पाखंड से बेनकाब हो रहा पाकिस्तान इनदिनों घबराया हुआ है। भारत के संसदीय और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के साझेदार देशों में दौरों से उसकी नींद उड़ी हुई है। साझेदार देशों ने जिस तरह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, उससे पाकिस्तान के झूठ की बुनियाद हिल गई है। पाकिस्तान ने अपनी सफाई में कहा है कि वह क्षेत्रीय अस्थिरता का स्रोत नहीं है।
दुनिया न्यूज की खबर के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्थानीय मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि पाकिस्तान को क्षेत्रीय अस्थिरता के स्रोत के रूप में चित्रित करना निराधार है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान की लगातार वकालत की है।
प्रवक्ता ने शांति और रचनात्मक जुड़ाव के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से क्षेत्र में विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयासों का समर्थन करने का आह्वान किया। द नेशनल अखबार की खबर के अनुसार बलूचिस्तान के आदिवासी बुजुर्गों की ग्रैंड जिरगा ने सर्वसम्मति से पाकिस्तान सरकार और सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का संकल्प लिया है।
द नेशनल के अनुसार यह जिरगा क्वेटा में रविवार को आयोजित किया गया। इसमें प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद असीम मुनीर शामिल हुए। जिरगा का आयोजन आदिवासी नेतृत्व के साथ बातचीत करने और बलूचिस्तान में उभरती सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने के लिए किया गया।