विजेंद्र गुप्ता: दिल्ली सरकार ने स्पीकर को भेजीं कैग की 14 रिपोर्ट्स।
दिल्ली सरकार ने कैग की रिपोर्ट्स विधानसभा अध्यक्ष को भेजीं: विजेंद्र गुप्ता
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली सरकार ने कैग (नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) की 14 रिपोर्ट्स विधानसभा अध्यक्ष को भेज दी हैं। यह कदम हाई कोर्ट के आदेश के डर से उठाया गया, जहां भाजपा विधायक दल ने इन रिपोर्ट्स को लेकर याचिका दायर की थी।
विधानसभा में नेता विपक्ष और भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी कि इन रिपोर्ट्स में स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय अनियमितताओं और प्रदूषण जैसे अहम मुद्दों पर सरकार की कारगुजारियों का जिक्र है। गुप्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने जानबूझकर इन रिपोर्ट्स को दबा रखा था ताकि भ्रष्टाचार की सच्चाई जनता के सामने न आ सके।
कोर्ट का सख्त रुख
गुप्ता ने बताया कि पहले सरकार ने कोर्ट के दबाव में रिपोर्ट्स उपराज्यपाल को भेजीं और अब स्पीकर को भेजने पर मजबूर हुई। हाई कोर्ट ने इस मामले में स्पीकर, वित्त मंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर 10 दिन में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। यदि रिपोर्ट्स को सदन में पेश नहीं किया गया, तो कोर्ट अगली सुनवाई में (8 जनवरी) फैसला सुना सकता है।
भ्रष्टाचार के आरोप
गुप्ता ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में बैठे कुछ लोगों ने सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर खजाने को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों के संघर्ष के कारण ही आज ये रिपोर्ट्स स्पीकर तक पहुंची हैं।
पारदर्शिता पर सवाल
गुप्ता ने कहा, “जो लोग पारदर्शिता और ईमानदारी की बात करते थे, वही अब अपनी करतूतों को छुपाने के लिए इन रिपोर्ट्स को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हमारा संघर्ष जारी रहेगा।”
आगे की रणनीति
गुप्ता ने चेतावनी दी कि यदि सरकार अगले 10 दिन में रिपोर्ट्स सदन में नहीं रखती, तो भाजपा कोर्ट से इस पर कार्रवाई की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार पहली ऐसी सरकार है जिसकी 14 कैग रिपोर्ट्स एक साथ सदन में पेश होनी हैं, जबकि अन्य राज्यों में रिपोर्ट आते ही इसे तुरंत सदन में रखा जाता है।
गुप्ता ने भरोसा दिलाया कि भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार का काला सच जनता के सामने लाकर ही दम लेगी।