रेल मंत्री ने वेटिंग लिस्ट यात्रियों को लेकर दी बड़ी जानकारी, जानें क्या कहा
भारत में त्योहारों और छुट्टियों के मौसम में रेल यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जाती है, जिससे रिजर्वेशन की स्थिति खराब हो जाती है। कई यात्री वेटिंग लिस्ट के सहारे यात्रा करने को मजबूर होते हैं। भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार, वेटिंग लिस्ट वाले यात्री रिजर्वेशन वाले डिब्बों में यात्रा करने के लिए अधिकृत नहीं होते। इस विषय पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों या अनऑथराइज्ड यात्रियों की कोई विशेष डिटेल रेलवे के पास नहीं रहती है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पिछले तीन वर्षों में वेटिंग लिस्ट पर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या और वेटिंग लिस्ट यात्रियों के लिए रेलवे द्वारा किए गए उपायों की जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में रेल मंत्री ने बताया कि वेटिंग लिस्ट की स्थिति पर नियमित निगरानी रखी जाती है और त्योहारों व छुट्टियों के समय में बढ़ती मांग को देखते हुए रेलवे विशेष ट्रेनों का परिचालन करता है। साथ ही, स्लीपर क्लास और अन्य डिब्बों में अस्थायी और स्थायी व्यवस्था की जाती है।
वेटिंग लिस्ट की चुनौती
भारत में त्योहारों और छुट्टियों के समय रेल यात्रा की भारी मांग होती है, जिससे रिजर्वेशन मिलना कठिन हो जाता है। इस कारण कई यात्रियों को वेटिंग लिस्ट के सहारे यात्रा करनी पड़ती है, जो अक्सर मारामारी और परेशानी का कारण बनता है। रेलवे का यह बयान इस समस्या के समाधान के लिए उठाए गए कदमों को दर्शाता है।
भारतीय रेल में टिकट वेटिंग के प्रकार
भारतीय रेलवे में टिकट की वेटिंग कई प्रकार की होती है, जैसे:
- GNWL (General Waiting List)
- RLWL (Remote Location Waiting List)
- PQWL (Pooled Quota Waiting List)
- TQWL (Tatkal Quota Waiting List)
- RSWL (Road Side Waiting List)
- RAC (Reservation Against Cancellation)
वेटिंग टिकट पर नए नियम
हाल ही में भारतीय रेलवे ने बिना कन्फर्म टिकट के यात्रा करने वालों पर जुर्माना लगाने का नया नियम लागू किया है। इसके तहत, अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट लेकर ट्रेन में चढ़ता है, तो उसे 440 रुपये का जुर्माना देना होगा। इसके अलावा, टीटी (ट्रेन टाइटीम) उसे बीच रास्ते में उतार भी सकता है।
यह नया नियम रेलवे द्वारा वेटिंग लिस्ट के यात्री समस्या को कम करने और यात्रा में सुविधा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया कदम है।