रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है।
कोलकाता, 13 दिसंबर (हि.स.)।
रवींद्र भारती विश्वविद्यालय ने अपने पूर्व रजिस्ट्रार सुबीर मैत्रा को वित्तीय अनियमितताओं और अन्य आरोपों के कारण बर्खास्त कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के बाद यह सख्त कदम उठाया।
सुबीर मैत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए विश्वविद्यालय ने एक विशेष जांच अधिकारी नियुक्त किया था, जिन्होंने पांच नवंबर को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद, विश्वविद्यालय ने सुबीर से सात दिनों के भीतर जवाब मांगा। इसके बाद, विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने इस मामले पर गहन विचार-विमर्श किया और सर्वसम्मति से बर्खास्तगी का निर्णय लिया।
रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति ने एक आधिकारिक बयान में पुष्टि की कि सुबीर मैत्रा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जा रहा है। बर्खास्तगी के कारण, उन्हें सेवानिवृत्ति से संबंधित कोई भी लाभ नहीं मिलेगा, और उनके द्वारा किए गए कार्यों से हुए नुकसान की भरपाई के लिए उनसे धनराशि वसूली जाने की संभावना भी जताई गई है।
सुबीर पर आरोप लगने के बावजूद, वह रजिस्ट्रार पद पर बने हुए थे, और इस बीच विश्वविद्यालय ने आशिष सामंता को अस्थायी रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया था। रवींद्र भारती विश्वविद्यालय का यह कदम वित्तीय पारदर्शिता और नैतिकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।