“मैं हमेशा एचआईएल जैसी लीग में खेलने का सपना देखा करती थी,” वंदना कटारिया ने कहा।
बेंगलुरु, 11 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय महिला हॉकी टीम की अनुभवी खिलाड़ी वंदना कटारिया, जो लगभग 15 साल के कठिन सफर के बाद अब इतिहास का अहम हिस्सा बनने जा रही हैं, अगले साल शुरू होने वाली उद्घाटन महिला हॉकी इंडिया लीग में श्राची राढ़ बंगाल टाइगर्स के लिए खेलेंगी।
वंदना ने हॉकी इंडिया से बात करते हुए कहा, “महिला एचआईएल का आखिरकार शुरू होना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। शिविर में सभी खिलाड़ी बेहद उत्साहित हैं और वे इस अनुभव को पूरी तरह से जीने के लिए तैयार हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि महिला एचआईएल भी पुरुषों की एचआईएल की तरह बड़ी सफलता हासिल करेगी और लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी। हम हॉकी इंडिया का दिल से धन्यवाद करते हैं कि इस लीग को संभव बनाया।”
वंदना, जिन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए 317 मैच खेले हैं और 158 गोल किए हैं, टोक्यो 2022 ओलंपिक में टीम का अहम हिस्सा थीं, जब उन्होंने चौथा स्थान हासिल किया। हालांकि, एचआईएल में खेलने का विचार उन्हें और भी प्रेरित करता है। वंदना मानती हैं कि एचआईएल का भारतीय पुरुष टीम पर बड़ा असर हुआ है, और यही प्रभाव महिला टीम पर भी दिखेगा।
वंदना ने कहा, “पुरुष टीम को एचआईएल में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और टीम ने लगातार पदक जीते। मुझे उम्मीद है कि महिला एचआईएल भी ऐसे ही खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देगा और यह हमारी टीम को भी और मजबूत बनाएगा।”
वंदना ने यह भी बताया कि जब पहले एचआईएल पुरुषों के लिए चल रहा था, तो वह उसे देखकर सपना देखती थीं कि एक दिन वह भी इस लीग का हिस्सा बनेंगी। अब यह सपना हकीकत बनने जा रहा है और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि लीग शुरू होने में बस कुछ ही समय रह गया है। उन्होंने कहा, “महिला एचआईएल के जरिए हमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलेगा, जिससे हमारे प्रदर्शन और आत्मविश्वास में सुधार होगा।”
वंदना के साथ श्राची राढ़ बंगाल टाइगर्स में अन्य मजबूत खिलाड़ी जैसे उदिता, लालरेमसियामी, ब्यूटी डुंगडुंग, महिमा चौधरी और सुशीला चानू हैं। टीम में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता फियोना क्रैकल्स और ऑस्ट्रेलिया की तीन बार की ओलंपियन ग्रेस स्टीवर्ट भी शामिल होंगी। साथ ही, टीम में कुछ युवा भारतीय खिलाड़ी जैसे ज्योति एडुला, मुमुनी दास और लालरिनपुई भी हैं।
32 वर्षीय वंदना ने कहा, “महिला एचआईएल मेरे लिए अपनी क्षमताओं को साबित करने का एक मौका है ताकि मैं भारतीय टीम में अपनी जगह बनाए रख सकूं। साथ ही, एक फॉरवर्ड के रूप में, मैं टीम के सभी खिलाड़ियों के साथ तालमेल बनाने पर ध्यान केंद्रित करूंगी। लीग हमें अपने आप को और सहज बनाने का अवसर भी देती है। यह अनुभव सभी खिलाड़ियों के लिए सुधार के क्षेत्रों पर ध्यान देने का मौका होगा। हम चाहते हैं कि टीम अच्छा प्रदर्शन करे, सीजन में लगातार सुधार हो और अंत में हम लीग जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें।