मेवात की इस जगह फैला हुआ है साइबर फ्रॉड का जाल, पहाड़ों में छिपकर लोगों को बनाते थे अपना निशाना
Rajasthan News: राजस्थान के अंदर इस समय पुलिस के लिए साइबर फ्रॉड परेशानी का सबब बना हुआ है. कई कोशिशों के बाद भी साईबर ठगी के मामलों पर लगाम लगाना मुश्किल हो गया है. हालात ये है कि आए दिन ठगी का कोई ना कोई मामला सामने आता रहता है. ये ठग इतने शातिर होते है कि यह इस काम को घर बैठे – बैठे या फिर पहाड़ की तलियो में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को अपना निशाना बनाते हैं, जिनसे इनकी असली लोकेशन जल्द ट्रेस न हो पाए.
इसी कड़ी में साइबर ठगों की कड़ी में नया नाम मेवात के डीग का जुड़ने लगा है जो साइबर ठगी के नाम पर झारखंड के जामताड़ा के बाद अब दूसरे स्थान पर आता है. वहीं मेवात में ठगी के मामलों को बढ़ता देख नोमान सरपंच ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है. वे इसके लिए कई बार गांवों में पंचायत भी कर चुके हैं, फिर भी उन्हें अभी तक इस कोशिश में किसी भी तरह की कोई सफलता हासिल नहीं हुई है. साइबर ठगों के खिलाफ उनका मानना है कि साइबर ठगों की जमीनों को कुर्क कर देना चाहिए, जो 2021 से पहले नरेगा और मजदूरी का काम करते थे. वे आज आलीशान मकान में रहते है और उनके घरों के बाहर गाड़ी – ट्रैक्टर्स खड़ी रहती हैं.
वहीं वे यह भी मामने है कि हाल ही में आईजी राहुल प्रकाश और एसपी राजेश कुमार मीणा की नियुक्ति होने पर इन मामलों में कमा आई है. उन्होंने कहा कि जबसे इन दोनों अधिकारियों के मेवात में डीग के अंदर कदम पड़े हैं साइबर ठगी का ग्राफ गिरा है. डीग पुलिस लगातार साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.