बचपन में खोया पिता का साया, मां ने कठिनाइयों से किया पालन, जानिए बुमराह की प्रेरणादायक कहानी

जसप्रीत बुमराह का 31वां जन्मदिन है, और उनके जीवन की कहानी उतनी ही प्रेरणादायक है जितनी उनकी गेंदबाजी खतरनाक। अपने अनोखे एक्शन से रिलीज़ की गई तेज तर्रार गेंद, खतरनाक बाउंसर्स और पंजातोड़ यॉर्कर जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी का सबसे बड़ा गहना है।

दुनियाभर के बल्लेबाजों में जसप्रीत बुमराह का वो खौफ है, जो किसी शेर को देख लेने पर किसी भी इंसान को होता है। जसप्रीत बुमराह वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में शुमार हैं। सही मायने में जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया की जान हैं। जसप्रीत बुमराह मौजूदा समय में टीम इंडिया के सबसे घातक हथियार हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में ये धाकड़ बॉलर 419 विकेट हासिल कर चुका है।

जसप्रीत बुमराह की पर्सनल लाइफ उतनी सिंपल नहीं रही है। उनके पिता का निधन तब हो गया था जब वह सिर्फ 8 साल के थे। जसप्रीत बुमराह के दादाजी संतोक सिंह बुमराह उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के रहने वाले थे। वह ऑटो चला कर अपना जीवन-यापन करते थे और वहां किराए के मकान में रहते थे। कभी गुजरात के अहमदाबाद में बटवा इंडस्ट्रियल स्टेट में बुमराह के दादाजी संतोख सिंह का जलवा था और वह महंगी कारों और हवाई जहाज में सफर किया करते थे। अहमदाबाद में उनकी तीन फैक्ट्रियां, जेके इंडस्ट्रीज, जेके मशीनरी इकोमेंट प्राइवेट लिमिटेड और जेके इकोमेंट थीं। इसके अलावा उनकी दो सिस्टर कंसर्न गुरुनानक इंजीनियरिंग वर्क्स और अजीत फैब्रीकेटर भी थीं।

सारा कारोबार क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह के पिता जसवीर सिंह संभालते थे। साल 2001 में जसप्रीत बुमराह के पिता व अपने बेटे की बीमारी से मौत पर संतोख सिंह टूट गए और फैक्ट्रियां भी आर्थिक संकट से घिर गईं। जिसके बाद जसप्रीत बुमराह की मां परिवारिक दिक्कतों की वजह से घर से अलग हो गई थीं। आज जसप्रीत बुमराह देश के बड़े क्रिकेटर बन गए हैं। जसप्रीत बुमराह को कामयाब बनाने में उनकी मां का बहुत बड़ा हाथ है।

बुमराह ने 2016 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और जल्द ही वह अपने अंतिम ओवरों में लगातार यॉर्कर फेंकने की काबिलियत की वजह से भारतीय टीम के प्रमुख गेंदबाज बन गए और उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जसप्रीत बुमराह को टी20 वर्ल्ड कप 2024 में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ का अवॉर्ड मिला था।

जसप्रीत बुमराह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 419 विकेट हासिल किए हैं। 31 साल के जसप्रीत बुमराह ने 41 टेस्ट मैचों में 181 विकेट हासिल किए हैं। जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में 11 बार पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया है। टेस्ट मैचों में जसप्रीत बुमराह का बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन 86 रन देकर 9 विकेट है। 89 वनडे मैचों में जसप्रीत बुमराह ने 149 विकेट हासिल किए हैं। जसप्रीत बुमराह ने वनडे क्रिकेट में 2 बार पारी में 5 विकेट लेने का कमाल किया है। वनडे क्रिकेट में जसप्रीत बुमराह का बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन 19 रन देकर 6 विकेट है। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 70 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 89 विकेट चटकाए हैं। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में जसप्रीत बुमराह का बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन 7 रन देकर 3 विकेट है।

जसप्रीत बुमराह की कहानी न केवल उनकी कड़ी मेहनत और अद्वितीय प्रतिभा की गवाह है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद सफलता प्राप्त की जा सकती है।

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