इजराइल गाजा पट्टी में चिकित्सा टीमों को अपना निशाना बना रहा है, यह दावा यूरो-मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर ने किया है।
गाजा पट्टी, 14 दिसंबर (हि.स.)। यूरो-मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर ने दावा किया है कि इजराइल गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार करते हुए चिकित्सा टीमों को भी निशाना बना रहा है। लगातार हो रही बमबारी के बीच, यूरो-मेड ने आज दोपहर अपने एक्स हैंडल पर तस्वीरें और जानकारी साझा की। संगठन ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों से इस मामले में दखल देने की अपील की है।
यूरो-मेड के अनुसार, इजराइली सेना ने गुरुवार को डॉ. सईद जोदा को निशाना बनाया। वह कमाल अदवान अस्पताल से अल-अवदा अस्पताल जा रहे थे, जब उन पर गोली चलाई गई। यह जानते हुए कि डॉ. जोदा उत्तरी गाजा के एकमात्र आर्थोपेडिक चिकित्सक थे। इजराइल ने पिछले 10 दिनों में 20 से अधिक बार कमाल अदवान अस्पताल पर हमला किया, जिसमें कई मरीज, चिकित्सा कर्मी और उनके साथी घायल हो गए। इससे पहले 8 दिसंबर को एक इजराइली ड्रोन ने कमाल अदवान क्षेत्र में काम कर रहे एक अर्धसैनिक अली अल-करा को निशाना बना कर मार डाला। इस तरह की स्थिति में हजारों लोगों को चिकित्सा देखभाल मुहैया कराना बेहद मुश्किल हो गया है।
यूरो-मेड मॉनिटर ने यह भी दावा किया कि 7 अक्टूबर 2023 से अब तक 1,057 फिलिस्तीनी चिकित्सा कर्मी इजराइली हमलों में मारे जा चुके हैं। इसके अलावा 135 से अधिक वैज्ञानिक और शिक्षाविद भी हमलों का शिकार हुए हैं।