अविरल जल अभियान में उत्कृष्ट योगदान और अथक प्रयासों के लिए वेदप्रकाश मौर्य को जल प्रहरी सम्मान से सम्मानित किया गया।

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार के ‘अविरल जल अभियान’ में उल्लेखनीय योगदान के लिए उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के बांदा जिले के मुख्य विकास अधिकारी वेदप्रकाश मौर्य को जल प्रहरी सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री डॉ. राजभूषण चौधरी ने नई दिल्ली के न्यू महाराष्ट्र सदन में आयोजित समारोह में प्रदान किया। इस अवसर पर देशभर के 37 व्यक्तियों को उनकी जल संरक्षण पहल के लिए सम्मानित किया गया।

वेदप्रकाश मौर्य ने ‘बांदा की बूंद, बांदा के नाम’ अभियान के तहत जिले में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। इस साल उन्होंने 57 तालाबों का निर्माण कराया, 3070 किसानों के खेतों में मेड़बंदी करवाई, और 720 किसानों के खेतों में ‘खेत तालाब’ बनवाने का काम शुरू किया। इन प्रयासों से जिले में 1115 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई समस्या का समाधान होगा। इसके साथ ही, उन्होंने विभिन्न नालों पर 21 चेक डैम बनवाने का भी प्रबंध किया, जिससे 350 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई संभव हो सकेगी।

यह सम्मान समारोह नीति आयोग, जल शक्ति मंत्रालय और सरकारी टेल डॉट कॉम के सहयोग से आयोजित किया गया। इसमें केंद्रीय मंत्री डॉ. चौधरी के अलावा, जल शक्ति मंत्रालय की प्रमुख समिति के सदस्य सांसद उमेश नाथ महाराज, पद्मश्री लक्ष्मण सिंह, अमीय साठे, अनिल सिंह सागर, जल प्रहरी अवार्ड कमेटी की अध्यक्ष जस्टिस संगीता ढींगरा सिंघल और प्रसिद्ध जखनी जलतीर्थ ग्राम के पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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